Class 10th Science, Chapter-2
(Acid Base and Salt- अम्ल , क्षारक एवं लवन)
अम्ल (Acid):-
अम्ल वे रासायनिक पदार्थ जिसका स्वाद खट्टा होता है और नीला लिटमस पेपर को लाल कर देते हैं। अम्ल (Acid) वे रासायनिक पदार्थ होते हैं जिनमें हाइड्रोजन आयन (H⁺) होते हैं और जो पानी में घुलने पर हाइड्रोजन आयन छोड़ते हैं। अम्ल कहलाता है ।
अम्ल के निम्नलिखित गुण होते है ।
- अम्ल वह रासायनिक पदार्थ होते है जो नीला लिटमस पेपर को लाल कर देते हैं।
- इसका PH मान 7 से कम होता है ।
- इसमें जलीय विलयन हाइड्रोजन आयन (H⁺) होते हैं ।
- अम्ल धातु से अभिक्रिया कर हाइड्रोजन गैस मुक्त करते है ।
- अम्ल धातु ऑक्साइड से अभिक्रिया कर हाइड्रोजन गैस मुक्त करता है ।
- अम्ल का जलीय विलयन विधुत का सुचालक होता है, क्योंकि अम्ल का जलीय विलयन में (H⁺) आयन सवतंत्र अवस्था में होते है
अम्ल के प्रकार:
- प्राकृतिक एसिड (Natural Acids): ये प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त होते हैं, जैसे:
- साइट्रिक एसिड (नींबू और संतरे में)
- टार्टरिक एसिड (इमली में)
- लेक्टिक एसिड (दही में)
- एसिटिक एसिड (सिरके में)
- खनिज एसिड (Mineral Acids): ये प्रयोगशाला में बनाए जाते हैं और बहुत शक्तिशाली होते हैं, जैसे:
- हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl)
- सल्फ्यूरिक एसिड (H₂SO₄)
- नाइट्रिक एसिड (HNO₃)
अम्ल के उपयोग:
- बैटरी में (जैसे सल्फ्यूरिक एसिड)
- भोजन के परिरक्षण में (जैसे एसिटिक एसिड)
- दवाइयों में
- सफाई उत्पादों में
क्षारक (Base):-
क्षारक वह रासायनिक पदार्थ होते हैं जिसका स्वाद कड़वा होता है और जो लाल लिटमस पेपर को नीला कर देते हैं, और क्षारक रासायनिक पदार्थ होते हैं जो पानी में घुलने पर हाइड्रॉक्साइड आयन (OH⁻) छोड़ते हैं। क्षारक कहलाता है ।
- ये लाल लिटमस पत्र को नीला कर देता है ।
- इसका PH 7 से अधीक होता है ।
- इसका जलीय विलयन (OH⁻) आयन देता है ।
- क्षारक अम्ल को उदासीन कर लवन बनता है ।
- क्षारक विधुत का कुचालक होता है क्योकि क्षारक के पास सवतंत्र अवस्था में (H⁺) आयन नही होते है ।
- इनका स्पर्श साबुन जैसा चिकना होता है।
क्षारक के प्रकार:
- मजबूत क्षारक (Strong Bases):
ये पानी में पूरी तरह से आयनित हो जाते हैं, जैसे:- सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH)
- पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड (KOH)
- कमजोर क्षारक (Weak Bases):
ये पानी में आंशिक रूप से आयनित होते हैं, जैसे:- अमोनियम हाइड्रॉक्साइड (NH₄OH)
क्षारक के उपयोग:
- साबुन और डिटर्जेंट बनाने में:
- कृषि में:
- कागज और कपड़ा उद्योग में:
- दवाइयों में
Q. 1: प्लास्टर ऑफ पेरिस (Plaster of Paris) का रासायनिक नाम, सूत्र एवं बनाने की विधि लिखें ।
प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक सूत्र: CaSO₄.½H₂O एवं इसका रासायनिक नाम (कैल्शियम सल्फेट अर्धहाइड्रेट) है ।
प्लास्टर ऑफ पेरिस बनाने की विधि:
प्लास्टर ऑफ पेरिस जिप्सम (CaSO₄.2H₂O) से बनाया जाता है। इसे तैयार करने के लिए जिप्सम को लगभग 120°C से 180°C के बीच गर्म किया जाता है। गर्म करने पर जिप्सम से जल अणु (क्रिस्टल वाटर) हट जाते हैं और प्लास्टर ऑफ पेरिस प्राप्त होता है।
गुणधर्म:
- यह सफेद पाउडर होता है।
- पानी के साथ मिलाने पर यह जल्दी ठोस (सख्त) हो जाता है।
- यह हल्का और चिकना होता है।
उपयोग:
- निर्माण में: दीवारों और छतों की सजावट में।
- मूर्तियों और मॉडल बनाने में।
- चिकित्सा में: हड्डी के फ्रैक्चर को ठीक करने के लिए।
- मोल्ड बनाने में।
Q . 2: CaOCl₂ यौगिक का प्रचलित नाम क्या है ?
उत्तर: CaOCl₂ यौगिक का प्रचलित नाम ब्लीचिंग पाउडर है। और इसका रासायनिक नाम: कैल्शियम ऑक्सी-क्लोराइड (Calcium Oxychloride) है ।
उपयोग:
- जल शुद्धिकरण: पानी को कीटाणुरहित करने के लिए।
- वस्त्र उद्योग: कपड़ों को ब्लीच करने के लिए।
- स्वच्छता: रोगाणुनाशक के रूप में।
- कागज उद्योग: कागज को सफेद करने के लिए।
Q. 3: उस पदार्थ का नाम बताइये जो क्लोरिन से क्रिया करके विरंजक चूर्ण बनता है ।
उत्तर: वह पदार्थ शुष्क बुझा हुवा चूना (Calcium Hydroxide – Ca(OH)₂) है, जो क्लोरीन (Cl₂) के साथ अभिक्रिया करके विरंजक चूर्ण (Bleaching Powder – Ca(OCl)₂) बनाता है।
Q. 4: कठोर जल को मृदु (नरम) करने के लिए किस सोडियम योगिक का उपयोग किया जाता है ।
उत्तर: कठोर जल को मृदु (नरम) करने के लिए सोडियम कार्बोनेट (Sodium Carbonate – Na₂CO₃) का उपयोग किया जाता है।
Q. 5: जब सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट विलयन को गर्म करने पर क्या होगा ? इस अभिक्रिया के लिए एक समीकरण लिखिए ।
उत्तर: जब सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट (NaHCO₃) के विलयन को गर्म किया जाता है, तो यह सोडियम कार्बोनेट (Na₂CO₃), जल (H₂O), और कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) गैस बनाते है।
रासायनिक अभिक्रिया: 2NaHCO3 (गर्मी→) Na2CO3+H2O+CO2↑
Q. 6: प्लास्टर ऑफ पेरिस का जल के साथ साथ अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए।
उत्तर: CaSO4⋅ 1/2 H2O + 3/2H2O → CaSO4⋅2H2O + ऊष्मा
Q. 7: यदि हमें तीन परखनलियों में अलग-अलग विलयन दिए गए हैं—एक में आसवित जल, दूसरे में अम्लीय विलयन, और तीसरे में क्षारीय विलयन—और पहचान के लिए केवल लाल लिटमस पेपर दिया गया है, तो हम किस तरीके से परीक्षण कर सकते हैं ?
उत्तर: यदि हमें तीन परखनलियों में अलग-अलग विलयन दिए गए हैं—एक में आसवित जल, दूसरे में अम्लीय विलयन, और तीसरे में क्षारीय विलयन—और पहचान के लिए केवल लाल लिटमस पेपर दिया गया है, तो हम प्रत्येक परखनली में एक-एक करके लाल लिटमस पत्र को डुबाएंगे , यदि परखनली में डूबाने के बाद लाल लिटमस पत्र नीला हो जाता है तो वह क्षारीय विलयन होता है , और यदि दुसरे परखनली नीले लिटमस पत्र डुबाने पर लाल हो जाता है तो वह अम्लीय विलयन होता है , और तीसरे परखनली में डूबने पर लिटमस पत्र का रंग नही बदलता है तो वह आसवित जल होगा ।
Q. 8: पीतल और तांबे के बर्तन में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए?
उत्तर: पीतल (Brass) और तांबा (Copper) धातु होते हैं, जो दही एवं खट्टे पदार्थों के संपर्क में आने पर रासायनिक अभिक्रिया कर जहरीले पदार्थ बना सकते है । यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए पीतल और तांबे के बर्तन में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए ।
Q. 9: धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया से सामान्यत: कौन सा गैस निकलती है ? एक उदहारण के द्वारा समझाइए, इस गैस की उपस्थिथि जी जाँच कैसे करेंगे ?
उत्तर: जब कोई धातु (Metal) अम्ल (Acid) के साथ अभिक्रिया करती है, तो सामान्यतः हाइड्रोजन गैस (H₂) उत्पन्न होती है। यह अभिक्रिया एक विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction) होती है, जिसमें धातु, अम्ल के हाइड्रोजन आयनों (H⁺) को विस्थापित कर हाइड्रोजन गैस मुक्त करती है।
हाइड्रोजन गैस की उपस्थिति की जाँच कैसे करें?
हाइड्रोजन गैस की उपस्थिति की जाँच करने के लिए जलती हुई माचिस या मोमबत्ती पास लाना: यदि हाइड्रोजन गैस मौजूद है, तो यह “पॉप” (Pop Sound) की आवाज़ के साथ जलती है। यह ध्वनि हाइड्रोजन के जलने और तेजी से पानी में परिवर्तित होने के कारण आती है।
Q. 10: यदि कोई धातु यौगिक “A” तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल () के साथ अभिक्रिया करता है, तो बुलबुले उत्पन्न होते हैं, और यह गैस जलती हुई मोमबत्ती को बुझा देती है। यदि उत्पन्न यौगिकों में से एक कैल्शियम क्लोराइड () है, तो इस अभिक्रिया के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखें।
उत्तर: यहाँ दी गई जानकारी से पता चलता है कि धातु यौगिक “A” में कैल्शियम (Ca) मौजूद है और यह हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ प्रतिक्रिया कर रहा है।
1. अभिक्रिया:
कैल्शियम कार्बोनेट () हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) के साथ प्रतिक्रिया करता है, जिससे कैल्शियम क्लोराइड (), कार्बन डाइऑक्साइड () और पानी () बनते हैं।
2. संतुलित रासायनिक समीकरण:
CaCO3+2HCl→CaCl2+CO2+H2O
3. प्रक्रिया का विवरण:
- बुलबुले उत्पन्न होना: कार्बन डाइऑक्साइड () गैस के कारण।
- जलती मोमबत्ती बुझना: गैस दहन में सहायक नहीं होती, इसलिए यह मोमबत्ती को बुझा देती है।
Q. 11: HCl और HNO₃ यदि जलीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं, जबकि अल्कोहल और ग्लूकोज जैसे यौगिकों के विलयन में अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित करते है ।
उत्तर: 1. अम्लीयता का कारण:
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल () और नाइट्रिक अम्ल () पानी में घुलकर H⁺ (हाइड्रोजन आयन) उत्पन्न करते हैं, जो किसी भी विलयन को अम्लीय बनाता है। परन्तु अल्कोहल और ग्लूकोज अम्लीय सव्भाव नहीं दर्शेते है क्योकि अल्कोहल () और ग्लूकोज () जलीय विलयन में H⁺ आयन मुक्त नहीं करते।
उदाहरण:
Q. 12: अम्ल का जलीय विलयन विद्युत का चालन क्यों करता है?
उत्तर: अम्ल का जलीय विलयन विद्युत का चालन इसलिए करता है क्योंकि अम्ल का जलीय विलयन में स्वतंत्र रूप में होते है जिसके कारण अम्ल का जलीय विलयन विधुत का चालन करते है।
Q. 13: शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस (HCl) लिटमस पत्र के रंग को क्यों नहीं बदलती?
उत्तर: शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस () लिटमस पत्र के रंग को इसलिए नहीं बदलती क्योंकि इसमें हाइड्रोजन आयन () मुक्त रूप में उपलब्ध नहीं होते, जो अम्लीय गुण प्रदर्शित करने के लिए आवश्यक होते हैं।
Q. 14: अम्ल को तनुकरण करते समय हमेशा अम्ल को जल में ही मिलाने की सलाह क्यों दी जाती है, न कि जल को अम्ल में?
उत्तर: अगर अम्ल को पतला करना हो, तो हमें हमेशा अम्ल को धीरे-धीरे जल में मिलाना चाहिए, न कि जल को अम्ल में। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर जल को अम्ल में डाल दिया जाए, तो बहुत ज्यादा गर्मी बनती है, जिससे खतरनाक छींटें उड़ सकती हैं और जलने का खतरा हो सकता है।
- अगर जल को अम्ल में डालते हैं:
- अम्ल बहुत अधिक गर्म हो जाता है और अचानक उबल सकता है।
- इसके कारण अम्ल की छींटें उड़ सकती हैं, जो त्वचा और आँखों के लिए खतरनाक होती हैं।
- अगर अम्ल को जल में डालते हैं:
- गर्मी धीरे-धीरे निकलती है और पानी में फैल जाती है।
- कोई छींटे नहीं उड़ते और प्रक्रिया सुरक्षित रहती है।
Q. 15: जल के जलीय विलयन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन की सांद्रता कैसे प्रभावित हो जाती है?
उत्तर: जब जल के जलीय विलयन को तनुकृत किया जाता है, तो उसमें हाइड्रोनियम आयन (H₃O⁺) की सांद्रता घट जाती है। यह इसलिए होता है क्योंकि तनुकरण के दौरान अधिक मात्रा में जल मिलाने से आयनों का फैलाव बढ़ जाता है, जिससे उनकी सांद्रता कम हो जाती है।
Q. 16: जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) विलयन में अधिक क्षारक (जल) मिलाया जाता है, तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH⁻) की सांद्रता कैसे प्रभावित होती है ?
उत्तर: जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) विलयन में ज़्यादा क्षारक मिलाया जाता है, तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH⁻) की सांद्रता बढ़ जाती है. ऐसा इसलिए होता है ।
Q. 17: PH स्केल क्या है?
उत्तर: PH स्केल एक गणितीय मापदंड है, जो किसी विलयन की अम्लीयता (Acidity) या क्षारीयता (Basicity) को मापने के लिए उपयोग किया जाता है। यह 0 से 14 तक के मानों में होता है।
Q. 18: आसवित जल विद्युत का चालक क्यों नहीं होता है जबकि वर्षा जल में होता है ?
उत्तर: आसवित जल (Distilled Water) विद्युत का चालक नहीं होता क्योंकि इसमें आयनों (Ions) की अनुपस्थिति होती है। शुद्ध पानी (H₂O) में केवल अणु होते हैं, लेकिन इनमें स्वतंत्र रूप से गतिशील आयन (H⁺ और OH⁻) नहीं होते। इसलिए आसवित जल विद्युत का चालक नहीं होता है?
जब पानी वायुमंडल से गिरता है, तो यह वायु में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO₂) जैसे गैसों को घोल लेता है। इससे वर्षा जल थोड़ा अम्लीय (Acidic) बन जाता है और उसमें H⁺ और अन्य आयन उत्पन्न होते हैं, जो इसे विद्युत का चालक बना देते हैं।
Q. 19: जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता है?
उत्तर:जल की अनुपस्थिति में अम्ल (Acid) का व्यवहार अम्लीय (Acidic) नहीं होता क्योंकि अम्लीय गुणों को प्रकट करने के लिए हाइड्रोजन आयन (H⁺) का मुक्त होना आवश्यक होता है, और यह प्रक्रिया जल (H₂O) की उपस्थिति में ही संभव होती है।
Q. 20: एल्कोहल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिक जलीय विलयन में आयनिकृत नहीं होते
उत्तर: एल्कोहल (Alcohol) और ग्लूकोज (Glucose) के जलीय विलयन में आयनिकृत नहीं होते और हाइड्रोजन आयन () नही बनाते है ।
Q. 21: परखनली A एवं B में समान लंबाई की मैग्नीशियम पट्टी लिजिए। परखनली A में HCl (हाइड्रोक्लोरिक अम्ल) डालिए। परखनली B में एसिटिक अम्ल (CH₃COOH) डालिए। किस परखनली में अधिक तेजी से बुलबुलाहट होगी और क्यों?
उत्तर: परखनली A (HCl) में अधिक तेजी से बुलबुलाहट होगी क्योंकि HCl एक मजबूत अम्ल (Strong Acid) है और यह अधिक मात्रा में H⁺ आयन प्रदान करता है, जिससे प्रतिक्रिया तेज होती है। परखनली B (एसिटिक अम्ल) में धीमी बुलबुलाहट होगी क्योंकि एसिटिक अम्ल एक दुर्बल अम्ल (Weak Acid) है, जो कम H⁺ आयन देता है, इसलिए प्रतिक्रिया धीमी होती है।
Q. 22: ताजे दूध का pH 6 होता है। दही बन जाने पर इसके pH मान में परिवर्तन क्यों होगा?
उत्तर: दही बनने की प्रक्रिया में लैक्टिक एसिड (Lactic Acid) का निर्माण होता है, जो दूध को अधिक अम्लीय (Acidic) बना देता है। जब दूध लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया (Lactobacillus) की क्रिया से दही में परिवर्तित होता है, तो यह लैक्टोज को लैक्टिक एसिड में बदल देता है। इसलिए अम्लीयता बढ़ने से pH घट जाता है (लगभग 4.5 – 5 तक आ जाता है)।
Q. 23: एक ग्वाला ताजे दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा (NaHCO₃) मिलाता है। यह ताजे दूध के pH को 6 से बदलकर क्षारीय क्यों बना देता है?
उत्तर: बेकिंग सोडा (Sodium Bicarbonate, NaHCO₃) एक क्षारीय (Basic) पदार्थ होता है। ताजे दूध का pH लगभग 6 होता है, जो इसे हल्का अम्लीय बनाता है। जब इसमें बेकिंग सोडा मिलाया जाता है, तो यह अम्लता को न्यूट्रलाइज करता है और pH को बढ़ाकर क्षारीय (Basic) बना देता है। इसका उपयोग दूध को जल्दी खट्टा होने से बचाने के लिए किया जाता है, क्योंकि बढ़ा हुआ pH बैक्टीरिया की वृद्धि को धीमा कर देता है।
Q. 24: POP (प्लास्टर ऑफ़ पेरिस) को आद्र-रोधी (Waterproof) बर्तन में क्यों रखा जाना चाहिए?
उत्तर: POP (Plaster of Paris) नमी के संपर्क में आने पर जल के साथ प्रतिक्रिया कर कठोर जिप्सम (Gypsum ) में परिवर्तित हो जाता है, जिससे यह अपनी उपयोगिता खो देता है।
- यदि POP खुला छोड़ दिया जाए, तो यह बेकार हो सकता है और उपयोग के लायक नहीं रहेगा।
- यदि POP हवा में मौजूद नमी को भी अवशोषित कर सकता है, जिससे यह धीरे-धीरे जिप्सम में बदलकर सख्त हो जाता है।
Q. 25: उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है?
उत्तर: जब कोई अम्ल और क्षार परस्पर क्रिया करके लवण और जल का निर्माण करते हैं, तो इस अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरण 1: हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) और सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) की अभिक्रिया
HCl+NaOH→NaCl+H2O
उदाहरण 2 : सल्फ्यूरिक अम्ल (H₂SO₄) और पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड (KOH) की अभिक्रिया
H2SO4+2KOH→K2SO4+2H2O
Q. 26: धोने का सोडा (Washing Soda) एवं बेकिंग सोडा (Baking Soda) के दो प्रमुख उपयोग
1. धोने का सोडा (Washing Soda – Na₂CO₃·10H₂O) के उपयोग:
- कठोर जल को मुलायम बनाने में: यह कठोर जल में उपस्थित कैल्शियम और मैग्नीशियम आयनों को हटाकर जल को मुलायम बनाता है।
- साबुन और डिटर्जेंट बनाने में: इसे साबुन और विभिन्न डिटर्जेंट में उपयोग किया जाता है ताकि सफाई की क्षमता बढ़े।
2. बेकिंग सोडा (Baking Soda – NaHCO₃) के उपयोग:
- खाना बनाने में: यह केक, ब्रेड और अन्य बेकरी उत्पादों में फूलेपन लाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- एंटासिड के रूप में: यह पेट में एसिडिटी को कम करने के लिए दवाओं में प्रयोग किया जाता है।
Q27 : तनुकरण प्रतिक्रिया क्या होती है?
उत्तर: तनुकरण प्रतिक्रिया वह प्रक्रिया है जिसमें जल में अम्ल या क्षारक मिलने पर आयन की सांद्रता (H3O+ / OH-) में प्रति इकाई आयतन में कमी हो जाती है , इस प्रतिक्रिया को तनुकरण प्रतिक्रिया कहते है एवं अम्ल एवं क्षारक तनुकृत होते है ।
Q. 28: गंधीय सूचक किसे कहते हैं?
उत्तर: गंधीय सूचक :- कुछ ऐसे पदार्थ होते है जिनकी गंध अम्लीय या क्षारीय माध्यम में बदल जाती है इन्हें गंधीय सूचक कहते हैं?
Q. 29: आपके पास दो विलयन A और B है विलयन A के PH मान 6 है एवं विलयन B के PH मान 8 है, किस विलयन में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक है इसमे से कौन अम्लीय तथा कौन सा क्षारीय है?
PH और हाइड्रोजन आयन की सांद्रता में विपरीत संबंध होता है। कम PH वाले विलयन में आयन की सांद्रता अधिक होती है। चूंकि विलयन A का pH 6 है और विलयन B का pH 8 है, इसलिए विलयन A में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक होगी।
यदि किसी विलयन का pH मान 7 से कम हो, तो वह अम्लीय होता है। यदि किसी विलयन का pH मान 7 से अधिक हो, तो वह क्षारीय होता है। चूंकि विलयन A का pH = 6 है, इसलिए यह अम्लीय है। चूंकि विलयन B का pH = 8 है, इसलिए यह क्षारीय है।
Q. 30: हाइड्रोजन आयन (H⁺) की सांद्रता का किसी विलयन की प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
हाइड्रोजन आयन (H⁺) की सांद्रता किसी भी विलयन की अम्लीयता (Acidity) या क्षारीयता (Alkalinity) को निर्धारित करती है। इसका प्रभाव निम्नलिखित प्रकार से होता है: यदि विलयन में H⁺ आयन की सांद्रता अधिक होती है, तो उसका pH मान कम होता है और वह अम्लीय प्रकृति का होता है। यदि विलयन में H⁺ आयन की सांद्रता कम होती है, तो उसका pH मान अधिक होता है और वह क्षारीय (Basic) या उदासीन (Neutral) हो सकता है।
Q. 31: क्या क्षारीय विलयन में हाइड्रोजन आयन (H⁺) होते हैं? फिर भी यह क्षारीय क्यों होता है?
उत्तर: हां, क्षारीय विलयन में भी हाइड्रोजन आयन () मौजूद होते हैं, लेकिन उनकी मात्रा बहुत कम होती है।
क्षारीय विलयन में आयन की उपस्थिति:
- किसी भी विलयन में हाइड्रोजन आयन () और हाइड्रॉक्साइड आयन () दोनों मौजूद होते हैं।
- क्षारीय विलयन में आयनों की संख्या अधिक होती है, जबकि आयनों की संख्या कम होती है।
- pH स्केल पर pH > 7 होने का अर्थ है कि विलयन में आयन की सांद्रता आयन की तुलना में अधिक है।
क्षारीय विलयन क्यों होता है?
- जब किसी विलयन में हाइड्रॉक्साइड आयन () की संख्या हाइड्रोजन आयन (H⁺) से अधिक होती है, तो वह क्षारीय होता है।
- क्षारीय पदार्थ (जैसे NaOH, KOH) पानी में घुलकर अधिक मात्रा में आयन उत्पन्न करते हैं, जिससे विलयन की pH वैल्यू 7 से अधिक हो जाती है।
- pH जितना अधिक होगा, विलयन उतना ही अधिक क्षारीय होगा।
Q. 32: कोई किसान खेत की मृदा की किस परिस्थिति में बिना बुझा हुआ चूना या चूने का प्रयोग करेगा?
उत्तर: किसान तब बिना बुझा हुआ चूना या चूना पत्थर का उपयोग करेंगे जब मृदा अम्लीय (Acidic) हो। यदि मृदा अम्लीय हो, तो किसान बिना बुझा हुआ चूना (CaO) या चूना पत्थर (CaCO₃) का उपयोग करके उसकी अम्लीयता को कम कर सकते हैं और फसल उत्पादन में सुधार कर सकते हैं।
MCQ with Answer
यदि आप का टेस्ट देना चाहते है तो इस लिंक पर क्लिक करें SCEINCE MCQ TEST 1
Q. 1: अपच के उपचार के लिए निम्नलिखित में से कौन सा सबसे अधिक उपयोग किया जाता है?
A) एंटीबायोटिक्स
B) एंटासिड
C) पेनकिलर
D) एंटीवायरल दवाएं
उत्तर: B) एंटासिड
प्रश्न 2: अपच का सबसे आम कारण क्या होता है?
A) वायरस संक्रमण
B) तेज़ मसालेदार भोजन
C) अधिक पानी पीना
D) व्यायाम करना
उत्तर: B) तेज़ मसालेदार भोजन
Q. 1. हमारा शरीर का pH मान के किस परिसर में सही तरीके से कार्य करता है |
A. 2-3
B. 5-7
C. 7.0-7.8
D. 9.0-9.5
उत्तर: C. 7.0-7.8
Q. 2. लिटमस विलयन जब न तो अम्लीय होता है और न ही क्षारीय, तब यह किस रंग का होता हैl
1. लाल
2. नीला
3. बैंगनी
4. काला
उत्तर: 3. बैंगनी
Q. 3. सोडा – अम्ल अग्निशामक में किसका उपयोग किया जाता है?
1. सोडियम कार्बोनेट
2. कैल्शियम कार्बोनेट
3. सोडियम हाईड्रोजन कार्बोनेट
4. कैल्शियम बाई कार्बोनेट
उत्तर: 3. सोडियम हाईड्रोजन कार्बोनेट
Q. 4. बहते हुए रक्त को रोकने में उपयोगी यौगिक है |
1. खाने का सोडा
2. नौसादर
3. धोवन सोडा
4. फिटकरी
उत्तर: 4. फिटकरी
Q. 5. प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक सूत्र है :
1. CaSO4 * 2H2O
2. CaSO4 * ½H2O
3. Na2CO3 * 10H2O
4. इनमे से कोई नहीं
उत्तर: 2. CaSO4 * ½H2O
Q. 6. जल की स्थायी कठोरता को हटाने के लिए किसका उपयोग किया जाता है ?
1. बेंकिंग सोडा
2. धोने का सोडा
3. विरंजक चूर्ण
4. इनमे से कोई नही |
उत्तर: 2. धोने का सोडा
Q. 7. विरंजन के लिए प्रयुक्त होता है |
1. नौसादर
2. खड़िया
3. ब्लीचिंग पाउडर
4. लाल दवा
उत्तर: 3. ब्लीचिंग पाउडर
Q. 8. ओक्सैलिक अम्ल का प्राकृतिक स्त्रोत निम्नलिखित में कोन है ?
1. संतरा
2. टमाटर
3. सिरका
4. ईमली
उत्तर: 2. टमाटर
Q. 9. कोई विलयन नीले लिटमस पत्र को लाल कर देता है , इसका Ph मान होगा –
A. 5
B. 7
C. 8
D. 10
उत्तर: A. 5
Q. 10. जल का pH मान कितना होता है ?
A. 7
B. 3
C. 4
D. 10
उत्तर: A. 7
Q. 11. बैकिंग सोडा का रासायनिक सूत्र है :
1. Na2CO3
2. NH4Cl
3. NaHCO3
4. NaCl
उत्तर: 3. NaHCO3
Q. 12. निम्नलिखित में से कोन- सा बुझा हुआ चूना है ?
1. CaO
2. Ca(OH)2
3. CaCO3
4. Ca
उत्तर: 1. CaO
Q. 13. बैकिंग सोडा का रासायनिक नाम है :
1. सोडियम कार्बोनेट
2. सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट
3. कैल्शियम कार्बोनेट
4. कैल्शियम हाइड्रोजन कार्बोनेट
उत्तर: 2. सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट
Q. 14. विरंजक चूर्ण का रासायनिक सूत्र है :
1. CaCl2
2. CaO
3. CaOCl2
4. CaOCl
उत्तर: 3. CaOCl2
Q. 15. धोने का सोडा का रासायनिक सूत्र है :
1. Na2CO3 * 10H2O
2. Na2CO * H2O
3. NaCO3 * 10H2O
4. NaCO4 * 10H2O
उत्तर: 1. Na2CO3 * 10H2O
Q. 16. ग्लूकोज का रासायनिक सूत्र होगा
1. C2H5OH
2. C6H12O6
3. CHO
4. C6H6
उत्तर: 2. C6H12O6
Q. 17. चींटी के डंक और नेटल के डंक में कोन-सा अम्ल पाया जाता है ?
1. सिट्रिक अम्ल
2. लैटिक अम्ल
3. एसिटिक अम्ल
4. मेथैनॉइक अम्ल
उत्तर: 4. मेथैनॉइक अम्ल
Q. 18. निम्न में से कौन से धातु ठन्डे जल से अभिक्रिया कर धातु के हाइड्रोऑक्साइड बनायेंगे ?
1. सोडियम एवं पोटासियम
2. मैग्नीशियम एवं कैल्सियम
3. सोडियम एवं कॉपर
4. इनमे से कोई नहीं
उत्तर: 1. सोडियम एवं पोटासियम
Q. 19. लेक्टिक अम्ल का प्राकृतिक स्रोत है :
1. दही
2. ईमली
3. सिरका
4. टमाटर
उत्तर: 1. दही
Q. 20. उदासीन विलयन का pH मान होता है :
A. 6
B. 7
C. 8
D. 14
उत्तर: B. 7
21. अम्ल क्या होता है?
अ) जल
ब) अद्वितीय गैस
स) रासायनिक पदार्थ
द) धातु
उत्तर: स) रासायनिक पदार्थ
22. क्षारक क्या होता है?
अ) रासायनिक पदार्थ
ब) जल
स) वायु
द) धातु
उत्तर: अ) रासायनिक पदार्थ
23. लवण किसे कहते हैं?
अ) अम्ल और जल
ब) अम्ल और क्षारक
स) अम्ल और धातु
द) अम्ल और अम्ल
उत्तर: ब) अम्ल और क्षारक
24. अम्ल का सामान्य रेखांकन क्या होता है?
अ) 7 से 14
ब) 1 से 7
स) 0 से 7
द) 0 से 14
उत्तर: ब) 1 से 7
25. क्षारक का सबसे सामान्य प्रतिनिधि कौन सा होता है?
अ) पोटेशियम क्लोराइड
ब) सोडियम क्लोराइड
स) कैल्शियम क्लोराइड
द) जिंक क्लोराइड
उत्तर: ब) सोडियम क्लोराइड
26. लवण का रसायनिक संरचना क्या होता है?
अ) X+Y-
ब) XY2
स) X+Y+
द) XY-
उत्तर: अ) X+Y-
27. अम्ल का उपयोग क्या होता है?
अ) सौर्य ऊर्जा को प्राप्त करना
ब) खाने का स्वाद बढ़ाना
स) पानी को शुद्ध करना
द) फसलों की उत्पादकता बढ़ाना
उत्तर: ब) खाने का स्वाद बढ़ाना
28. क्षारक का उपयोग क्या होता है?
अ) रंगों का निर्माण
ब) दवाओं का उत्पादन
स) खाद्य बनाना
द) धातु खनिजों का उत्पादन
उत्तर: द) धातु खनिजों का उत्पादन
29. लवण का उपयोग कहां होता है?
अ) चिकित्सा में
ब) खाद्य उत्पादन में
स) रंगों का उत्पादन में
द) सभी विकल्प
उत्तर: द) सभी विकल्प
30. अम्ल का सबसे प्रमुख स्रोत क्या होता है?
अ) मक्खन
ब) टमाटर
स) नींबू
द) चीनी
उत्तर: स) नींबू
31. क्षारक का रसायनिक नाम क्या है?
अ) नाइट्रेट
ब) क्लोराइड
स) सल्फेट
द) कार्बोनेट
उत्तर: द) कार्बोनेट
32. लवण का सबसे सामान्य उपयोग क्या है?
अ) अग्नि शोधन
ब) विद्युत उत्पादन
स) रसायन उद्योग
द) स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों का निर्माण
उत्तर: द) स्वादिष्ट खाद्य पदार्थों का निर्माण
33. अम्ल का स्वाद किसे कहा जाता है?
अ) खट्टा
ब) मिठा
स) खरा
द) तीखा
उत्तर: अ) खट्टा
34. क्षारक का स्वाद किसे कहा जाता है?
अ) मिठा
ब) खट्टा
स) तीखा
द) कड़वा
उत्तर: द) कड़वा
35. लवण के सामान्य रंग क्या होते हैं?
अ) पीला
ब) सफेद
स) गहरा नीला
द) सफेद या सफेद ग्रेज
उत्तर: द) सफेद या सफेद ग्रेज
36. अम्ल का सामान्य रंग क्या होता है?
अ) लाल
ब) हरा
स) पीला
द) नीला
उत्तर: स) पीला
37. क्षारक का रसायनिक संरचना क्या होता है?
अ) XY-
ब) X+Y+
स) XY2
द) X+Y-
उत्तर: स) XY2
38. अम्ल का रसायनिक संरचना क्या होता है?
अ) X+Y+
ब) XY-
स) XY2
द) X+Y-
उत्तर: द) X+Y-
39. क्षारक किसे कहते हैं?
अ) हाइड्रोजन या हाइड्रोक्साइल आयन उत्पन्न करते हैं
ब) उसके रंग के आधार पर
स) उसके स्थायित्व के आधार पर
द) उसके स्वाद के आधार पर
उत्तर:अ) हाइड्रोजन या हाइड्रोक्साइल आयन उत्पन्न करते हैं
40. लवण किसे कहते हैं?
अ) अम्ल और क्षारक का उत्पादन
ब) अम्ल और लवण का उत्पादन
स) अम्ल और क्षारक का योजन
द) अम्ल और अम्ल का योजन
उत्तर:ब) अम्ल और लवण का उत्पादन
41. यदि कोई विलयन अंडे के पिसे हुए कवच (CaCO₃) से अभिक्रिया कर गैस उत्पन्न करता है, जो चुने के पानी को दूधिया बना देती है, तो यह कौन सा विलयन होगा?
(A) Nacl
(B) HCl
(C) Licl
(D) Kcl
उत्तर:(B) HCl
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